उत्तराखंड में बारिश ने तोड़ा मार्च के महीने में 40 साल का रिकॉर्ड
कुमाऊं में मार्च महीने में हुई बारिश ने बीते 40 साल के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। मार्च महीने में अबके सामान्य 45 मिमी. बारिश के मुकाबले करीब तीन गुना बारिश 128 मिमी. मात्र 15 दिन में हो चुकी है। जबकि मौसम वैज्ञानिक आने वाले 15 दिनों में अभी और बर्फबारी और बारिश होने की संभावना जता रहे हैं।
पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि आमतौर पर मार्च महीने में दो से तीन बार पश्चिमी विक्षोभ हवाएं सक्रिय होती हैं। मगर इस बार 15 दिन में ही चार बार पश्चिमी विक्षोभ हवाएं सक्रिय हो चुकी हैं।
जिस कारण कुमाऊंभर में मार्च महीने के शुरुआती 15 दिनों में ही 128 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई है। उन्होंने आने वाले दिनों में अभी दो से तीन बार पश्चिमी विक्षोभ हवाएं और सक्रिय होने की संभावना जताई। साथ ही तराई में ओलावृष्टि के साथ बारिश और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना जताई।
नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ में सबसे ज्यादा बरसे मेघ मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि मार्च महीने में सबसे ज्यादा नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिले में बारिश हुई है।
उन्होंने बताया कि इन तीनों जिलों में मार्च महीने में ही करीब 60 से 70 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई है। उन्होंने कहा इसके अलावा इन जिलों के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में मार्च महीने में बर्फबारी भी हो चुकी है।
10 साल में कुमाऊं में मार्च महीने में बारिश वर्ष बारिश (मिमी. में) 2011 65.5 2012 38 2013 47.8 2014 50.6 2015 78 2016 27 2017 32.5 2018 84.5 2019 56.2 2020 128 (मात्र 15 दिनों में) पश्चिमी विक्षोभ हवाओं के सक्रिय होने के चलते आने वाले सप्ताह में तराई समेत पूरे कुमाऊं में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। इसके अलावा उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी भी हो सकती है।
डॉ. आरके सिंह, मौसम वैज्ञानिक, जीबी पंत विश्वविद्यालय The post उत्तराखंड : बारिश ने तोड़ा मार्च के महीने में 40 साल का रिकॉर्ड appeared first on Everyday News. (EVERYDAY NEWS)